अंतरराष्ट्रीय गांधी साहित्य महोत्सव 2025 में डॉ.नीरज कुमार “नीर” विशेष अतिथि के रूप में हुए शामिल

दिल्ली AVM स्टूडियो में
5th अंतर्राष्ट्रीय गांधी साहित्य महोत्सव 2025 के अवसर पर डॉ.नीरज कुमार “नीर” अंतरराष्ट्रीय कवि ने अपनी रचनाओं का आगाज “जी हा में नीर हूँ” से किया। उनकी रचनाओं का प्रभाव दर्शकों की स्टूडियो में गूंजती हुई तालियां ही बयां कर रही थी। नीर के लिखी उर्दू नज़्म “मर्सिया मेरे नाम का वह पढ़ने लगे हैं ” सुन लगा कि वे वास्तव में उच्च स्तरीय गुणवत्ता वाले अंतरराष्ट्रीय कवि हैं। आपको हम बता दें की नीरज कुमार ने केशव कल्चर संस्था दिल्ली
जिसकी संस्थापिका दीप्ति शुक्ला के साथ हिंदी साहित्य के पौराणिक धार्मिक किताबों को पुनः जीवित कर जनमानस तक पहुंचने का संकल्प लिया है ।
इस महान मंच से जुड़े हुए भारत सेवा रत्न’ से सम्मानित अधिकारी डॉ. सुरेश सिंह शौर्य ‘प्रियदर्शी’ इसके संस्थापक हैं।
जो इस तरह के वैश्विक आयोजन नेपाल, अयोध्या , रांची
आदि विभिन्न विभिन्न राज्यों में अलग-अलग महोत्सव कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित करते हैं। आभासी पटल पर श्रीराम अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पी आई यू ट्रस्ट के प्रतिनिधि के रूप में राम रतन श्रीवास ‘राधे राधे’ इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए
साथ ही कई विशिष्ट जन कवि आदि
भी सम्मिलित हुए।