
बुद्धा इंटरनेशनल अवॉर्ड 2025
थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में आयोजित “अंतराष्ट्रीय हिंदी साहित्य सम्मेलन के ऐतिहासिक एवं वैश्विक आयोजन में मंडला की श्रीमती दीप्ति खरे को उनके मानवता करुणा एवं वैश्विक शांति के लिए योगदान अंतराष्ट्रीय के लिए प्रतिष्ठित “गौतम बुद्ध इंटरनेशनल अवॉर्ड 2025″से सम्मानित किया गया।इस कार्यक्रम में अनेक देशों से पधारे अंतराष्ट्रीय विद्वानों एवं सांस्कृतिक प्रतिनिधियों की भागीदारी रही।इस कार्यक्रम का आयोजन धराधाम इंटरनेशनल,देवनागरी उत्थान फाउंडेशन,यूनाइटेड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड एवं यूनाइटेड गिल्ट यू. के. के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।इस समारोह में श्रीमती दीप्ति खरे को हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार में योगदान के लिए ‘ अंतराष्ट्रीय देवनागरी सम्मान ‘ से सम्मानित किया गया।साथ ही ग्लोबल इंटरनेशनल
यूनिवर्सिटी द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई।
बैंकाक की सरजमीं पर सम्मानित दीप्ति खरे अनिल कुमार श्रीवास्तव जी की धर्मपत्नी हैं तथा वर्तमान में शासकीय हाई स्कूल में माध्यमिक शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं।
विभिन्न साहित्यिक मंचों से सम्मानित एकल एवं सांझा संकलनों का प्रकाशन हो चुका है।अभी हाल में ही में प्रकाशित इनकी ‘ इंद्रधनुष के रंग ‘ फ्लिपकार्ट एवं एमेजॉन पर उपलब्ध हैं।
दीप्ति जी का यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिव की अंतराष्ट्रीय व्याख्या है अपितु यह भारत की जान परंपरा एवं उनके मानवीय मूल्यों की विश्वंभर में स्वीकार्यता का प्रतीक है।