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  • अद्वैत – कविता

    अद्वैत है वह ज्योति महान,जहाँ न रहता कोई अज्ञान।न कर्ता–भोगी, न कोई राग,अद्वैत मिटा दे मन का भार। अद्वैत है…

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  • आभासी दुनियां के माध्यम से जागृत करना

    21वीं शताब्दी निस्संदेह सूचना और प्रौद्योगिकी की शताब्दी कही जा सकती है। आज इंटरनेट, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence), सोशल मीडिया,…

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  • लूटतंत्र

    विधा आलेख ( व्यंग्य )दिनांक : 18 अगस्त , 2025दिवा : सोमवारयह लूटतंत्र भी एक अजूबा शब्द है । जी…

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  • सुगंध

    अनुप्रास अलंकार की रचनासस्य श्यामला सुरभित सुगंधपुष्प पुष्पित पल्लवित प्रसून।दृष्टि दृग देखें दिग- दिगंत,बदरा बरसे बहके बसंत।। मंद-मंद मृदु महके…

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  • संकोच

    मन में संकोच है,वह उदास है। वह शांति दूत,शुभ श्वेत कपोतदेखा क्या किसी ने?पता नहीं किसके पास है??बरसों पहले गया…

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  • रफू नही होते

    रफू नही होते जख़्म जो खरोंच से दिए जाते है,नासूर बन जीते है,जो भीतर रहा करते है।। लहजे, आवाज, ख़ामोशी…

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  • आजादी और श्रीकृष्ण

    विधा- गद्य श्रीकृष्ण का सम्बन्ध सदा ही आजादी से रहा है। यह उनके अवतरण से लेकर निजलोक गमन और उसके…

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  • सफ़र

    मंज़िल से रास्ता बिछड़ने लगा,अपना ही घर अब अजनबी-सा लगा।अपने भी गैर-से लगने लगे,वक़्त बदला—तो प्रेम का रंग भी बदलने…

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  • उसकी बेरुखी

    उसकी अदालत में,तेरा फैसला होना चाहिए।तेरे गुनाहों की सजाहमको मिलना चाहिए।।मेरे पुरानी यादों सेबाहर निकल जा अब तूठहरने का अब…

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  • श्रीकृष्ण जन्माष्टमी

    श्रीकृष्ण भारतीय संस्कृति के परम आराध्य, परम शक्तिशाली और विचारशील युग पुरुष हैं। समस्त भारतीय जनमानस उनके सुंदर व्यक्तित्व का…

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