
दिनांक : 28 जुलाई , 2025
दिवा : सोमवार
रामेश्वरम दीनेश्वरम परमेश्वरम ,
सुरेश्वरम उमेश्वरम महेश्वरम ।
उमानाथ दीनानाथ देवाधिदेव ,
नीलकंठेश्वरम अर्द्धनारीश्वरम ।।
भूतेश्वरम शिवेश्वरम विशेश्वरम ,
महादेवम प्रीतेश्वरम चंदेश्वरम ।
जटाधरम गंगेश्वरम विहगेश्वरम ,
गणनाथं करुणाकरं जगदीश्वरम ।।
भोले में भी जो मिल जाए भोले ,
दानियों में दानी ऐसा सोम कहाॅं ।
भक्तों को देख हो जाए द्रवित ,
शंभू जैसा कोई भी मोम कहाॅं ।।
आराध्य हो जो भगवान रामके ,
उनके बिन कोई भी रोम कहाॅं ।
धरणी तो है तुमसे ही ये पावन ,
तुम बिन सुरक्षित व्योम कहाॅं ।।
स्वयं जो पूरे ब्रह्मांड के स्वामी ,
हम सब सारे हैं तेरे ही अनुगामी ।
अरुण दिव्यांश करे तुम्हें नमन ,
रक्षा करो देवों के देव अंतर्यामी ।।
अरुण दिव्यांश
छपरा ( सारण )
बिहार