
सत्पंचक का प्यारा संसार,
एकत्व से रचता सत् आकार।
अधि-सत्य का अमृत दीपक,
सत्-धर्म का तेजस्वी नायक।
अधिसत् पथ-दर्शक बन जाए,
पूर्णसत् से मिलवा लाए।
धर्म, करुणा, न्याय की धारा,
हितकारी वाणी, मधुर सहारा।
अधिसत् वीरों की पहचान,
ब्रह्म-संधान का उत्तम मान।
सत्य जितना जीवन में आए,
शांति का सागर उतना छाए।
अधिसत् जीवन को आलोकित,
सत्य-रक्षा में सदा संकल्पित।
सत्पुरुषों का पढ़ते इतिहास,
गुरुवाणी से करते विश्वास।
अधिसत् मन निर्मल, निष्कल,
विचार-प्रवाह पावन, सरल।
सत्पारस छू आत्मा जागे,
साधना-पथ प्रकाश से लागे।
योगेश गहतोड़ी