
भारत देश की जान तिरंगा है, हमारे देश का अभिमान तिरंगा है ,
भारत का स्वाभिमान तिरंगा है ,हम सबकी यह शान तिरंगा है |
इस झण्डे को कभी झुकने ना देंगे,हम सबकी पहचान तिरंगा है,
हिन्दुस्तान की संस्कृति और सभ्यता का, यशगान तिरंगा है,
केसरिया रंग,त्याग समर्पण,और बलिदान को दिखाता है,
सफेद रंग है सच्चाई का,सत्य और अहिंसा को बताता है |
हरा रंग है हरियाली का, धरती माता सदा ही हरी रहे,
भारत देश में भाईचारा हो,सब लोगों में प्रेम की गंगा बहे ||
जाति धर्म नहीं पुछा जाता है, अनेकता में भी एकता निभाते हैं,
भारत देश की सुरक्षा करते हैं, सैनिक मिलकर दुश्मनों को मिटाते हैं |
भारत में कई धर्म है फिर भी, करते सब भारत का गुणगान हैं,
आजादी का पर्व मनाते , गलियों में करते रैली और अभियान हैं ||
भारत भूमि पर अनेक वीरों ने, जन्म लिए बीरगति को पाए हैं ,
भारत माता की सुरक्षा करते हुए,देश के लिए अपनी जान लुटाए हैं |
जिस-जिस ने बलिदान दिया है,ओ सारे बीर महान हैं,
उन बीरों को याद करें हम, सदा-सदा करें उनका गुणगान हैं ||
जिसके आगे सब झुक जाते हैं, भारत देश की आन तिरंगा है,
भारत देश में लहराये तिरंगा,भारत देश की शान तिरंगा है |
भारत के विकसित होने का,यश और कीर्तिमान तिरंगा है,
देश का सम्मान तिरंगा है, मेरे भारत का स्वाभिमान तिरंगा है ||
प्रेमलाल किशन (शिक्षक सह साहित्यकार)
विकास खंड व जिला -सक्ती, छत्तीसगढ़