
उसकी अदालत में,
तेरा फैसला होना चाहिए।
तेरे गुनाहों की सजा
हमको मिलना चाहिए।।
मेरे पुरानी यादों से
बाहर निकल जा अब तू
ठहरने का अब न
कोई कारण होना चाहिए।।
खाली हंसी खुशियों
से भरता नहीं जीवन
वजह जीने की
खास होना चाहिए।।
अब आपसे क्या चुप्पी
कैसी हया और कुछ देर
मुलाकात का विशेष
इंतजार होना चाहिए।।
सोच रहे एक जैसी
बाते करे मीठी मीठी
हर पल को साथ रहने
की हसरत होना चाहिए।।
हीना का रंग प्रेम में उभरे
हटाए न जाये कहने
से हथेली से नाम उसका
इश्क की एक अलग
मिसाल होना चाहिए।।
न रहे साथ अगर
किसी मोड़ पे , सनम
उसकी बेरुखी का
खुशनुमा किनारा
होना चाहिए।।
नीरज कुमार “नीर”
इटारसी मध्य प्रदेश