
लाइव साहित्यिक कार्यक्रमों के लिए बहुचर्चित बोलती कलम के संस्थापक और संयोजक आदरणीय संजय राय “साई” जी ने 17 अगस्त,2025 की शाम को 5 बजे साहित्य जगत के लिए एक नई मिसाल पेश की । बोलती कलम मंच ने आराधिका साहित्यिक मंच के साथ मिलकर “कलम का समागम” के अन्तर्गत बहुत ही खूबसूरत, बेहतरीन ,मनभावन,भावपूर्ण और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आग़ाज़ किया । आराधिका मंच की युवा संस्थापिका आदरणीया डॉ निधि बोथरा जैन ने अपने मंच की तरफ से सुप्रसिद्ध ग़ज़लकार रामदेव शर्मा “राही” जी,गीतकारा आदरणीया नीलम रानी सक्सेना जी , बहुमुखी प्रतिभा के धनी और जाने माने साहित्यकार डॉ ओम ऋषि भारद्वाज जी तथा छंदों में माहिर आदरणीया डॉ ज्योति कृष्ण को अपनी- अपनी रचनाएं प्रस्तुत करने का अवसर दिया । बोलती कलम मंच की ओर से आदरणीय संजय राय “साई” जी ने जानी मानी ग़ज़ल गायिका आरती बक्षी “आरू” जी को, गीत गायन के लिए आदरणीया कुसुम रानी सिंघल जी को, छंद बद्ध काव्य पाठ के लिए छंद गुरु डॉ ओमकार साहू “मृदुल “ जी को और छंदमुक्त काव्य- प्रस्तुति के लिए देश भर मे चर्चित बाल कवयित्री वृंदा “वाणी “ को आमंत्रित किया । समस्त कार्यक्रम की समीक्षा विभिन्न साहित्यिक मंचों की शोभा बढ़ाने वाले सुप्रसिद्ध साहित्यकार आदरणीय आर डी गौतम “विनम्र “ जी द्वारा की गई ।इस अद्भुत काव्य- समागम में शब्द बोल रहे थे,भावनाएं सजीव हो रही थीं, अनुभूतियाँ मन को छू रही थीं और हिंदी भाषा,सामाजिक चेतना एवं भारतीय संस्कृति समृद्ध हो रही थी । एक -एक रचना की समीक्षा जिस सरलता, सहजता, संवेदनशीलता और निष्पक्षता के साथ आदरणीय गौतम जी ने की नि:संदेह प्रशंसनीय और सराहनीय रही ।आदरणीय संजय राय “साई” जी का संचालन और आदरणीया डॉ निधि बोथरा जैन जी का सहयोग तथा मार्गदर्शन बेहतरीन और अनुकरणीय रहा ।