
आज का युग विज्ञान का युग है यहां पर नित नये-नये आविष्कार जन्म लेते हैं और उनका प्रभाव सकारात्मक भी होता है। तो नकारात्मक भी इसलिए, हमें यहां देखना होगा कि सोशल मीडिया किस तरह हमारे जीवन को और प्रभावी बेहतर बना सकता है । बढ़ते समय के साथ आज इक्कीसवीं सदी में डिजिटल संसार में कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे टूल्स ने अपनी पकड़ मजबूत बना ली है।जो एक अलग दृष्टिकोण हमें देखने को मिलता है जो वरदान के साथ साथ अभिशाप भी है।
सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव निम्न रुपों में देखा जा सकता है:-
1) स्वास्थ्य पर असर – ज्यादा मोबाइल और इंटरनेट गेजेट्स के प्रयोग से मानसिक अवस्था गड़बड़ा जाती है जिससे बच्चों में पढ़ाई में फ़ोकस कि कमी उत्पन्न हो जाती है जो एक बहुत गंभीर चुनौती है।
2)रिश्तों पर असर:- आजकाल लोग मिलते हैं पर मन से नहीं एक दुरी सी बन गई है,वो इस सोशल मीडिया की वज़ह से ना अब वो बात रही जहां साथ बैठकर बातें करों, विचारों को समझों, अल्फ़ाज़ को शब्द दो,अब यह सब खत्म हो गया क्योंकि अब सोशल मीडिया पर रील चलना ज्यादा खुशी देता है
मेरी लेखनी से:-
“सोशल मीडिया ने भावनाओं के भाव को खत्म सा कर दिया “
3)पर्यावरण पर प्रभाव:- आज लोगों में पर्यटन का विशेष महत्व हो गया क्योंकि स्टेटस अपडेट जो करना है जिससे वो ना तो वातावरण का आंनद ले पाते न ही प्रकृति की खुलीं हवा को महसूस कर पाते। वो पंछी का चाहकना वो मन्द मन्द हवा का झोंका सब ख़त्म कर दिया सोशल मीडिया ने।
4)युवा पर प्रभाव:- आज का युवा आने वाले समय की चमक है भविष्य है जो आज पुरी तरह अपनी मानसिकता से पंगु हो गया.. डिजिटल संसार में गैम्स (फ्री फायर/पबजी)का बढ़ता कारोबार प्रचलन ने बच्चों को सोचने समझने की जरूरत को खत्म कर दिया ।
5)मनावता पर प्रभाव:-
आज किसी व्यक्ति की दुर्घटना हो जाये या प्रकृति आपदा आ जाये .. लोग सबसे पहले विडियो बनायेंगे और बस देखते रहेंगे। इंसानियत को विकलांग बना दिया सोशल मीडिया ने आज विचारों में सोशल मीडिया की गंध आती है जो परोपकरिता ,मदद, सामुदायिक शैली, अभिव्यक्ति, शिक्षा, सम्मान, शुद्ध हवा सभी को दुषित कर दिया।
सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रभाव:-
शिक्षा -के क्षेत्र में आज डिजिटल संसार ने शिक्षा का सरलीकरण के साथ साथ जन सुलभ बनाया है उदाहरण के लिए कोविड १९ में सब कुछ बंद था पर शिक्षा उच्च स्तरीय थी।
सोशल मीडिया की वज़ह से हमें जानकारी का अच्छा मौका मिलता है हमें सरकार की योजनाओं की जानकारी मिलती है।
स्वास्थ्य में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म काफी अच्छा कर रहा है जहां आज चैटजीपीटी आपको अच्छे से मार्गदर्शन करता है और अस्थाई डॉ के रुप में मददगार होता है।
बाकी सोशल मीडिया के सकारात्मक प्रभाव बहुत ज्यादा है और हर क्षेत्र में है। चाहें वो लोकतंत्र राजनीति हो या सुचना का अधिकार या पर्यावरण संरक्षण हो या तकनीकी शिक्षा चिकित्सा सभी में सहायक सिद्ध है।
निष्कर्ष:- हमारी जरूरत से ज्यादा सोशल मीडिया का प्रयोग हमें डिजिटल संसार का आदि बनाता है इसलिए हमें सावधानीपूर्वक सकारात्मक प्रभाव पर बल देना चाहिए ऐसे सामग्री से दूर रहें जो आपको मानसिक रूप से खत्म करें। हमारे पास चुनने की क्षमता है इसलिए वो चुनने जो आपको आप बनायें एक अच्छा वातावरण बनें पाज़ीटिव ऊर्जा का परिवेश हो।
दो लाइन में
“सोशल मीडिया का प्रयोग अपनी समझ से करें.. ध्यान रखें कि मोबाइल आपको ना चलायें बाल्कि आप मोबाइल को चलाएं “—नीतू धाकड़ अम्बर
परिचय – नीतू धाकड़ अम्बर नरसिंहगढ़ मध्यप्रदेश