
हेलल हेलल भईंसिया पानी में ,
दूधवो ना मिलल जवानी में ।
बड़ा मजा आवेला कहानी में ,
भईल राहुल यात्रा नादानी में ।।
चोर के साईकिल बा मिलल ,
सीट पर बईठ गईल पंजा ।
दिन में आगे लालटेन देखावे ,
साथे माल देखत बाटे गंजा ।।
एगो रहे ओही में कान ग्रेस ,
दोसर कहे हमरा तू राज द ।
तीसर कहे भारत माल भरल ,
साईकिल कहे कि आज द ।।
राजद कांग्रेस माले आ सपा ,
घाटा छोड़ के देखे खूब नफा ।
पाॅंच साल मिल जाए शासन ,
कोई रहे खुश चाहे रहे खफा ।।
माले के निगाह बाटे माल पर ,
माले के माल में अकाल बा ।
भारतीय माल पे निगाह गडाई ,
माल चोरन खातिर काल बा ।।
छपरा ( सारण )
बिहार