
आज की तारीख 9/9/2025 है।
अगर हम इसे देखें:
- तारीख = 9
- महीना = 9
- वर्ष 2025 → 2 + 0 + 2 + 5 = 9
- कुल योग = 9 + 9 + 9 = 27 → 2 + 7 = 9
आज मैं अपनी लघु ज्ञान के अनुसार 9 के अंक की महत्व पर स्वरचित आलेख प्रस्तुत कर रहा हूं:
मानव जीवन में 9 के अंक की महत्व
1. मानव जीवन के 9 भाग
मनुष्य का जीवनचक्र जन्म से मृत्यु तक 9 भागों में विभाजित है, जो तीन-तीन बिंदुओं के योग से बने हैं:
१. माता – पिता – भ्रूण
२. सांस – जीवन – संसार
३. विद्यार्थी – गुरु – ज्ञान
४. शिष्य – सदगुरु – ब्रह्मज्ञान
५. मनुष्य – परिवार –जीवनसाथी
६. मनुष्य – कंपनी – धन
७. मनुष्य – अधिकारी – पद/प्रतिष्ठा
८. मनुष्य – मित्र – प्रेम
९. मनुष्य – लकड़ी – अग्नि
यदि इन नौ भागों में से कोई भाग अधूरा हो या त्रिकोण के सभी कोण बराबर न हों, तो जीवन में कमी या अधूरापन महसूस होता है। ऐसे में व्यक्ति अक्सर उदासीन रहता है और ज्योतिष के मार्गदर्शन की आवश्यकता महसूस करता है।
2. जीवन जीने की कला और 9 अंक
यदि मानव माता-पिता, गुरु और सदगुरु के निर्देशानुसार जीवन की सीढ़ी पर स्थिर गति से चलता है, तो वह उदासी के बजाय शांति और आनंद का अनुभव कर सकता है।
संसार का प्रत्येक मनुष्य जन्म से मृत्यु तक 9 भागों में विभाजित है। इसे त्रिकोण की भांति समझें – जिसकी तीनों रेखाएं और कोण समान हों तो जीवन के प्रत्येक भाग का पूर्ण आनंद लिया जा सकता है।
3. जन्म और मानव शरीर में 9 का महत्व
- मानव 9 महीने तक गर्भ में रहता है।
- शरीर में 9 द्वार होते हैं: 2 चक्षु द्वार, 2 नसिका द्वार, 2 श्रोत द्वार, मुख, वायु और उपस्थ द्वार। साधना और जीवन जीने के लिए शरीर के ये द्वार महत्वपूर्ण हैं।
4. भक्ति, काव्य और संस्कृति में 9 का अंक
- नवधा भक्ति – 9 प्रकार की भक्ति प्राचीन शास्त्रों में बताई गई हैं।
- काव्य के 9 रस – शृंगार, करुण, हास्य, रौद्र, वीर, भयानक, वीभत्स, अद्भुत और शांत।
- श्री राम का जन्म नवमी के दिन हुआ।
- हिंदू धर्म में 9 माताओं की पूजा और नवरात्रि व्रत का महत्व।
- हिन्दू विवाह अधिनियम की धारा 9 के तहत वैवाहिक अधिकारों की बहाली।
5. 9 अंक का अन्य महत्व
- युगों की अवधि:
कलयुग: 4,32,000 वर्ष
द्वापर: 8,64,000 वर्ष
त्रेता: 12,96,000 वर्ष
सतयुग: 17,28,000 वर्ष
चारों युगों की कुल अवधि = 43,20,000 → योग = 9 - दिन-रात का समय – 1440 मिनट और 86,400 सेकंड → योग = 9
- जन्म कुंडली – 12 भाव × 30° = 360° → योग = 9
- ग्रहों की संख्या – 9 (सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु)
- नक्षत्र – 27, प्रत्येक नक्षत्र में 4 चरण → कुल 108 चरण → योग = 9
- रुद्राक्ष माला – 108 मनके, मंत्र जाप 108 बार → योग = 9
- भौगोलिक माप – गंगा 12° देशांतर × 9° अक्षांश = 108
- भगवद गीता: 18 अध्याय
- महाभारत: 18 पर्व → योग = 9
- संविधान में बालिग उम्र – 18 वर्ष → योग = 9
- अनुच्छेद – हिंदी को राजभाषा घोषित करने वाले अनुच्छेद 343-351 → कुल 9
6. 9 अंक का सार्वभौमिक उदाहरण
- मुहावरे: “न नौ मन तेल होगा, न राधा नाचेगी”
- कहावत: “नहले पर दहला”
- गणितीय नियम: 1 से 9 तक किसी भी संख्या को 9 से गुणा करने पर दो अंकों का योग हमेशा 9 होता है।
- नौ अंक जीवन, समय, ग्रह, संस्कार और ज्ञान का प्रतीक है।
आज की तारीख 9/9/2025 मानव जीवन में 9 अंक की शक्ति और पूर्णता का प्रतीक है। यह अंक जीवन के नौ प्रमुख पहलुओं—जैसे माता-पिता, गुरु, परिवार, मित्रता, धन, पद और व्यक्तिगत विकास से जुड़ा है, और इसे संतुलित रखने से जीवन में शांति, आनंद और सफलता मिलती है। 9 अंक का महत्व जन्म, शरीर, भक्ति, काव्य, संस्कृति, ग्रह, नक्षत्र और समय में भी प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देता है। इसे ध्यान में रखते हुए, विद्वान ज्योतिषी के मार्गदर्शन से शुभ कार्य करना जीवन को संपूर्ण बनाता है। 9 का अंक ज्ञान, संस्कार, समय और ग्रहों का प्रतीक है, जो जीवन में मार्गदर्शन और सफलता सुनिश्चित करता है, इसलिए आज का दिन सभी के लिए अत्यंत शुभ और फलदायी है।
योगेश गहतोड़ी “यश”