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हिंदी की वैज्ञानिकता


(स्वरचित नाटक – मंचन समय : लगभग 25 मिनट)

⏱️ समय विभाजन
प्रारम्भ : (संचालक + प्रधानाचार्य) – 3 मिनट
प्रथम दृश्य : ध्वन्यात्मक वैज्ञानिकता – 4 मिनट
द्वितीय दृश्य : व्याकरण और संरचना – 3 मिनट
तृतीय दृश्य : गणित और हिंदी – 4 मिनट
चतुर्थ दृश्य : विज्ञान संचार – 4 मिनट
पंचम दृश्य : आधुनिक तकनीक – 4 मिनट
समापन दृश्य : (छात्र + प्रधानाचार्य + शिक्षक + संचालक) – 3 मिनट

पात्र:
१. संचालक
२. प्रधानाचार्य
३. हिंदी का शिक्षक
४. अंग्रेजी का शिक्षक
५. गणित का शिक्षक
६. विज्ञान का शिक्षक
७. कंप्यूटर का शिक्षक
८. छात्र- मनीष, छात्र- दिनेश, छात्र- महेश
९. विद्यालय के सभी छात्र
१०. छात्रों के अभिभावक


संचालक (मंच से) – 1.5 मिनट
आदरणीय अतिथिगण, अध्यापकगण और प्रिय विद्यार्थियों!
आज हम सभी हिंदी दिवस के इस शुभ अवसर पर एकत्र हुए हैं। हिंदी केवल हमारी मातृभाषा ही नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, हमारी पहचान और हमारे आत्मगौरव की ध्वजा है।

हिंदी भाषा जन-जन को जोड़ने वाली कड़ी है और विज्ञान, तकनीक तथा आधुनिक संचार में भी उतनी ही सक्षम है।

इसी विशेषता को प्रदर्शित करने के लिए आज हम प्रस्तुत कर रहे हैं नाटक –
“हिंदी की वैज्ञानिकता”


प्रधानाचार्य (मंच से) – 1.5 मिनट
बच्चों, वास्तव में हिंदी की देवनागरी लिपि ध्वनि और उच्चारण के वैज्ञानिक नियमों पर आधारित है। हर वर्ण का स्थान, स्वरूप और प्रयोग तार्किक ढंग से व्यवस्थित है।

इसी तरह हिंदी का व्याकरण भी स्पष्ट और नियमबद्ध है। यही कारण है कि हिंदी ज्ञान-विज्ञान, गणित और तकनीक सभी क्षेत्रों में उपयोगी और प्रासंगिक है।


प्रथम दृश्य : हिंदी की ध्वन्यात्मक वैज्ञानिकता – 4 मिनट
(पीछे बोर्ड – “हिंदी दिवस – हिंदी की वैज्ञानिकता”)

हिंदी शिक्षक :
बच्चो, क्या तुम जानते हो कि हिंदी वर्णमाला का क्रम कैसे बना है?

छात्र (मनीष) (चार्ट दिखाते हुए):
दोस्तों! देखो, हमारी हिंदी वर्णमाला अ से अ: और क से ज्ञ तक व्यवस्थित है। खास बात यह है कि जैसा लिखा जाता है, वैसा ही पढ़ा जाता है।

छात्र (दिनेश) :
हाँ! अंग्रेज़ी में “one” लिखा और “वन” पढ़ा जाता है। लेकिन हिंदी में लिखावट और उच्चारण दोनों समान हैं।

हिंदी शिक्षक :
यही इसकी वैज्ञानिकता है। देखो—
क, ख, ग… कंठ से
च, छ, ज… तालु से
ट, ठ, ड… मूर्धा से
त, थ, द… दाँत से
प, फ, ब… होंठों से

यानी वर्णों का क्रम उच्चारण स्थान के अनुसार है। यही है हिंदी की वैज्ञानिक लिपि।

(छात्र तालियों के साथ “हिंदी की जय” कहते हैं।)


द्वितीय दृश्य : व्याकरण और संरचना – 3 मिनट
(पीछे बोर्ड – “हिंदी की वैज्ञानिकता – व्याकरण और संरचना”)

छात्र (मनीष) :
गुरुजी, क्या हिंदी का व्याकरण भी वैज्ञानिक है?

हिंदी शिक्षक :
हाँ, बिल्कुल! हिंदी वाक्य-रचना तार्किक है।
“राम आम खाता है।” – कर्ता, कर्म, क्रिया।

छात्र (दिनेश) :
दिनेश अंग्रेजी शिक्षक की तरफ देखते हुए बोला, गुरु जी अंग्रेज़ी में तो क्रम अलग होता है?

अंग्रेजी शिक्षक :
सही कहा “दिनेश” तुमने!
“Ram eats mango.” – कर्ता, क्रिया, कर्म।

छात्र (महेश) :
महेश, दिनेश को कहता है, यही तो हिन्दी की विशेषता है। वाह! यानी हिंदी का व्याकरण नियमबद्ध और तार्किक है।

हिंदी और अंग्रेजी शिक्षक :
हिंदी और अंग्रेजी दोनों शिक्षक एक साथ बच्चों को कहते हैं, यही है हिंदी की वैज्ञानिकता।

तृतीय दृश्य : गणित और हिंदी – 4 मिनट
(पीछे बोर्ड – “हिंदी की वैज्ञानिकता – गणित और हिंदी”)

छात्र (मनीष) :
दोस्तों! हिंदी में गिनती कितनी आसान है।
“एक, दो, तीन, चार, पाँच…”

छात्र (दिनेश) :
हाँ! हिंदी अंकों में ध्वनि और लिखावट एक जैसी है।

गणित शिक्षक :
बिलकुल! हिंदी गिनती सीखना बच्चों के लिए सहज बनाती है और तकनीकी दुनिया में भी उपयोगी है।

(पृष्ठभूमि में गिनती की लय – “एक, दो, तीन…” और तालियाँ।)


चतुर्थ दृश्य : हिंदी और विज्ञान संचार – 4 मिनट
(पीछे बोर्ड – “हिंदी की वैज्ञानिकता – विज्ञान संचार”। मंच पर लैब का दृश्य।)

विज्ञान शिक्षक :
बच्चों, कठिन वैज्ञानिक शब्द हिंदी में कितने सरल हो जाते हैं। आज मैं तुमको इन शब्दों का अर्थ हिंदी भाषा में समझाऊंगा।

Photosynthesis = सूर्यप्रकाश से पौधों में भोजन बनने की प्रक्रिया।
Gravity = पृथ्वी की ताकत जो हमें नीचे खींचती है।

छात्र (मनीष) :
गुरुजी, अब तो कठिन शब्द भी आसानी से समझ में आ गए।

विज्ञान शिक्षक :
याद रखना बच्चों! विज्ञान तभी सभी के लिए संभव होगा, जब इसे मातृभाषा में पढ़ाया जाएगा।

(छात्र तालियों के साथ “मातृभाषा की जय” कहते हैं।)


पंचम दृश्य : हिंदी और आधुनिक तकनीक – 4 मिनट
(पीछे बोर्ड – “हिंदी की वैज्ञानिकता – आधुनिक तकनीक”। मंच पर मोबाइल व कंप्यूटर।)

छात्र (मनीष) :
देखो! गूगल ट्रांसलेट में हिंदी लिखते ही यह अंग्रेज़ी में बदल गया।

छात्र (दिनेश) :
मनीष, यह वॉइस-टू-टेक्स्ट देखो—मैंने हिंदी बोली और यह तुरंत लिख दी।

छात्र (महेश) :
वाह! हिंदी तकनीकी रूप से कितनी सक्षम है।

कंप्यूटर शिक्षक :
सही कहा बच्चों! आज हिंदी Software, AI और Robotics तक पहुँच गई है। यही हिंदी की वैज्ञानिकता है।

(छात्र तालियों के साथ “हिंदी अमर रहे” कहते हैं।)


समापन दृश्य : हिंदी का गौरव – 3 मिनट
(सभी छात्र मंच पर। पीछे बोर्ड – “हिंदी की वैज्ञानिकता – समापन”)

सभी छात्र (एक साथ):
हिंदी एक सरल, वैज्ञानिक और तकनीकी भाषा है।
हमें अपनी मातृभाषा पर गर्व करना चाहिए।

सामूहिक उद्घोष:
“हिंदी भाषा है वैज्ञानिक, हिंदी है महान,
हिंदी का हो आदर, बढ़े उसका सम्मान।” ✨
(तालियों और संगीत के बीच सभी दर्शकों को प्रणाम करते हैं।)

प्रधानाचार्य का समापन संदेश – 1.5 मिनट
बच्चों, इस नाटक से हमने जाना कि हिंदी केवल भाषा नहीं, बल्कि वैज्ञानिक, तार्किक और तकनीकी दृष्टि से सशक्त माध्यम है। हमें इसे गर्व से अपनाना चाहिए। यही हिंदी का गौरव है।

संचालक का समापन संदेश – 1.5 मिनट
आज का नाटक हमें यह संदेश देता है कि हिंदी सरल, सुंदर और वैज्ञानिक भाषा है। हमें इसे हर क्षेत्र में अपनाना और बढ़ाना चाहिए।

हिंदी हमारी भाषा, सरल और ज्ञानप्रदायक,
वाणी में वैज्ञानिक, उच्चारण में सटीक।
गणित, विज्ञान, तकनीक में भी सक्षम है,
मातृभाषा हमारी, यही हिंदी की वैज्ञानिकता है।

योगेश गहतोड़ी “यश”

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