डॉ कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’ को हिंदी दिवस पर मिला विश्व हिंदी रत्न मानद उपाधि सम्मान

सितंबर 14, 2025, लखनऊ (उत्तर प्रदेश) के प्रख्यात कवि तथा वरिष्ठ साहित्यकार/ लेखक डॉ कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’, ‘विद्यावाचस्पति’
को विश्व हिंदी दिवस पर सम्मानित किया गया है। नेपाल की प्रसिद्ध संस्था “शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन” नेपाल द्वारा हिंदी दिवस के संदर्भ में आयोजित विश्व हिंदी कविता प्रतियोगिता में उत्कृष्ट कविता रचना के आधार पर डॉ कर्नल मिश्र को विश्व हिंदी रत्न मानद उपाधि सम्मान से प्रशस्ति पत्र व सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया है। ज्ञात हो कि लखनऊ निवासी 77 वर्षीय डॉ कर्नल मिश्र भारतीय सेना से सेवानिवृत हैं। इनकी सात काव्य संग्रह और दो लेख संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। साथ ही हज़ारों रचनायें देश विदेश की विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है और होती रहती हैं तथा साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए लगभग चार सौ प्रतिष्ठित सम्मान पत्र, प्रशस्ति पत्र और प्रमाण पत्र भी मिल चुके हैं। ज्ञात हो कि डॉ कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’ को पहले ही हिन्दी साहित्य में डॉक्टरेट की मानद उपाधि, डॉक्टर ऑफ़ सोशल वर्क, डॉक्टर ऑफ़ डिविनिटी तथा काशी हिन्दी विद्यापीठ से विद्या वाचस्पति की मानद उपाधियाँ प्राप्त हो चुकी हैं साथ ही काशी विद्यापीठ से साहित्य शिरोमणि, स्मृति मानद सम्मान और प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा से ‘हिन्दी सेवी सम्मान’ और ‘हिंदी रत्न सम्मान’ मिल चुके हैं।
सम्मान ग्रहण करते हुए डॉ कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’ ने कहा :- “हम सभी साहित्यकारों, कवि-कवयित्रियों की कविता का मूल्यांकन अंतर्राष्ट्रीय संस्था द्वारा होना गौरव का विषय है। शब्द प्रतिभा निष्ठा और लगन से देश विदेश के कवि, लेखक और साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने का कार्य करती आई है जो प्रशंसनीय है।”आयोजित प्रतियोगिता में देश विदेश से हजारों प्रतिभागियों की सहभागिता थी जिसमें से उत्कृष्ट कविता के आधार पर 265 कवि – कवयित्रियों का चयन किया गया है। डॉ कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’ को सम्मानित करते हुए संस्था के अध्यक्ष कवि श्री आनन्द गिरि मायालु ने कहा – डॉ कर्नल मिश्र बहुआयामी व्यक्तिव के धनी लेखक साहित्यकार और कवि हैं। इनके लेखन में एक सहजता सरलता पाई जाती है साथ ही समाज को रूपांतरण करने की क्षमता भी है।डॉ कर्नल मिश्र लखनऊ के ख्याति लब्ध लेखक हैं, गद्य तथा पद्य विधा में समान रूप से सृजन करते आये हैं। इनके अन्य पाँच काव्य संग्रह और एक लेख संग्रह भी शीघ्र प्रकाशित होने वाले हैं। नेपाल से सम्मान की खबर पाकर डॉ कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’ के हज़ारों परिचितों ने अपनी शुभ कामनाएँ प्रदान की हैं।