
जीवन सरल नहीं है हमारी,
हम जीवन भर कर्म करते हैं |
कोई हमारी मदद नहीं करेगा,
हम अकेले ही निकले हैं ||
कोई भी परवाह नहीं करता हमारी,
हम खुद पर विश्वास लिए हैं |
चलते सुनी राहों पर,
किसी का इंतजार नहीं करते ||
एक दिन मंजिल तक पहुंच जाएंगे,
तब जाकर हमें खुशी होगी |
हमारी इच्छाओं को पूरा करने के लिए,
दीपक की आस लगाए बैठे हैं ||
कुदरत के फैसले को बदल नहीं सकते,
पर हमारे हौसले कम नहीं होंगे |
यही आत्म विश्वास ही हमारी शक्ति है,
हमें सफलता जरूर मिलेगी ||
हमें जीवन में सफलता मिलती है,
हमें हमेशा कर्म करने होंगे |
बिना कर्म किए सफलता नहीं मिलती,
कर्म ही हमारे सफलता का रहस्य है ||
क्योंकि जीवन सरल नहीं है,
हमें कठिन परिश्रम करने होंगे |
प्रेमलाल किशन (शिक्षक सह साहित्यकार)
विकास खंड व जिला -सक्ती,छत्तीसगढ़