
चिड़िया रानी छोटी सी,
उड़ती जाए पंखों से,
नील गगन में इठलाए,
कितनी प्यारी अंखियों से।
पेड़ों की वो शाखों पर,
गीत खुशी के गाती है,
फूलों की वो महक लिए,
हर दिल को लुभाती है।
रात हुई तो तितली सी,
घोंसले में वो सोती है,
सुबह हुई तो किरणों संग,
फिर से गीत संजोती है।
चिड़िया रानी प्यारी सी,
रंग-बिरंगे पंखों वाली,
चलो हम सब मिलकर उसकी
रक्षा करें हर डाल-डाली।
पाठक छतरपुर
सेवानिवृत्ति स.शिक्षिका
शासकीय माध्यमिक शाला डेरा पहाड़ी छतरपुर मध्य प्रदेश