
हे महाशक्ति! तुझ को प्रणाम
शत-शत प्रणाम लाखों प्रणाम।।
तेरे सम्मुख सब नतमस्तक ,
तू है अदृश्य तू अलौकिक।।
तेरे नाम से ही मिलता आराम
हे महाशक्ति! तुझ को प्रणाम
शत-शत प्रणाम लाखों प्रणाम।।
प्रभु अनुपम हैअरु अद्वितीय
तू महाकाल तू दिव्य शक्ति।।
तुझसे बन जाते बिगड़े काम
हे महाशक्ति! तुझ को प्रणाम
शत-शत प्रणाम लाखों प्रणाम
तुझसे यह जीवन संचालित
हर श्वास आपसे उच्छवासित्
तू ही है कृष्णा तू ही है राम
हे महाशक्ति! तुझ को प्रणाम
शत-शत प्रणाम लाखों प्रणाम।।
हर खगचर में, हर नभचर में
हर कण-कण में हर क्षण क्षण में
तू देता है खुशियां तमाम
हे महाशक्ति! तुझ को प्रणाम ,
शत-शत प्रणाम लाखों प्रणाम।।
हे अजर अमर तू है अनंत
तुझसेअलौकिक दिग् दिगंत्
तेरे चरणों में है विश्राम
हे महाशक्ति! तुझ को प्रणाम
शत-शत प्रणाम लाखों प्रणाम।।
पुष्पा पाठक