
गुरु देते हैं ज्ञान सभी को,
खुद पढ़ें सबको पढ़ाएं!
ज्ञान की गंगा बहकर,
स्नेह की सरिता बहाएं!!
‘जिज्ञासु’ जन समाज में,
साक्षरता अभियां चलाएं!
शिक्षा के बिन ज्ञान अधूरा,
ज्ञान बिना नर पशु सरीखा!
शिक्षित हों सब पढ़ लिख कर,
मानव के संताप मिटाएं!!
‘जिज्ञासु’ जन समाज में
साक्षरता अभियां चलाएं!
ऊंच-नीच का भेद मिटाकर,
समरसता का पाठ पढ़ाएं!
लौ जलाकर एकता की,
देश की गरिमा बढ़ाएं!!
‘जिज्ञासु’जन समाज में,
साक्षरता अभियान चलाएं!
कमलेश विष्णु सिंह ‘जिज्ञासु’