राष्ट्रीय कवि संगम की कर्नाटक शाखा द्वारा अगस्त 2025 माह की काव्य गोष्ठी का आयोजन।

बेंगलुरु (कर्नाटक) राष्ट्रीय कवि संगम की कर्नाटक शाखा द्वारा अगस्त 2025 माह की काव्य गोष्ठी का आयोजन 24 अगस्त 2025 को कुँ० प्रवल प्रताप सिंह राणा के आर्टिलरी रोड बैंगलुरु स्थित निवास पर किया गया।
गोष्ठी में बेंगलुरु के स्थापित कवि कवयित्रियों ने काव्यपाठ किया ।
गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि व संरक्षक ज्ञान चंद मर्मज्ञ ने की, मुख्य अतिथि थे साहित्यकार व विचारक राश दादा ‘राश’ कार्यक्रम का संयोजन संयुक्त रूप से कुँवर प्रवल प्रताप सिंह राणा और महासचिव अजय यादव ‘आवारा’ ने किया।
सर्वप्रथम अध्यक्ष, मुख्य अतिथि व उपस्थित साहित्यकारों द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण व पुष्प अर्पित किए गए , सभी अतिथि साहित्यकारों का तिलक, पटका और माल्यार्पण से सत्कार हुआ।
माँ सरस्वती की वन्दना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ ततपश्चात काव्यपाठ प्रारम्भ हुआ जो अध्यक्ष की प्रस्तुति द्वारा पूर्णता को प्राप्त हुआ, कार्यक्रम का संचालन कुँ० प्रवल प्रताप सिंह राणा ‘प्रवल’ ने किया, गोष्ठी में उपस्थित होकर कवयित्री ममता शाह, आचार्य विनीता लवानियाँ, अजय “आवारा”, कवि बृजेन्द्र मिश्रा “जिज्ञासु”, कवयित्री अरुणा राणा, कवयित्री अंजू भारती,
कवि संदीप उपाध्याय ‘सरल’, लोकगीतकार सुनीता सैनी, कवि बिजेंद्र सैनी, कुँ० प्रवल प्रताप सिंह राणा , वरिष्ठ कवि राश दादा ‘राश’ व वरिष्ठ गीतकार ज्ञान चंद मर्मज्ञ ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति से अद्भुत छटा बिखेरी ।
सहित्यकारों के अतिरिक्त श्रीमती शरद मर्मज्ञ, श्री राघवेंद्र राज, संतोष कुमार व डॉ० गौरव जी राणा आदि गणमान्य साहित्यप्रेमी भी उपस्थित रहे और काव्यपाठ का आनन्द लेते हुए साहित्यकारों का उत्साहवर्धन किया
अध्यक्ष की आसंदी से गीतकार ज्ञानचंद मर्मज्ञ ने प्रस्तुतियों की सारगर्भित समीक्षा की और संयोजन व आयोजन हेतु साधुवाद दिया अंत में अजय ‘आवारा’ व कुँ० प्रवल प्रताप सिंह राणा ने सभी अतिथियों का आभार प्रगट किया रुचिकर पेय व स्वल्पाहार के पश्चात भविष्य में शीघ्र ही पुनः मिलने के संकल्प के साथ समापन हुआ।