
लुंबिनी, नेपाल 14 सितम्बर 2025
हिन्दी दिवस के अवसर पर एक अंतरराष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता का लुंबिनी नेपाल में आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में छतरपुर मध्य प्रदेश की श्रीमती पुष्पा पाठक को उनकी कविता की उत्कृष्टता के आधार पर विश्व हिन्दी रत्न मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है ।
अंतरराष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता में विश्व के अनेक देशों के हिन्दी प्रेमी कवियों एवं साहित्यकारों ने आनलाइन माध्यम से भाग लिया ।
आयोजित प्रतियोगिता में देश विदेश से 6845 प्रतिभागियों की सहभागिता थी जिसमें से उत्कृष्ट कविता के आधार पर 250 कवि कवयित्रियों का चयन किया गया है।
संस्था के अध्यक्ष आनन्दगिरि मायालु ने कहा कि सभी साहित्यकारों ने अच्छा प्रर्दशन करने का प्रयास किया ।
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य, विश्व में हिन्दी भाषा को विश्व भाषा के रूप में स्थान दिलवाना, हिंदी भाषा साहित्य के प्रचार प्रसार को देश विदेश के लेखकों तक पहुंचा कर उन्हें प्रोत्साहित करना ।
लेखिका साहित्यकार कवियत्री श्रीमती पुष्पा पाठक की पुस्तक
” हवाओं को बहने दो” प्रकाशित हो चुकी है ।
“कलमकार दोस्त” और “कलमबद्ध मैत्री” पुस्तक भी पांच मैत्री मित्रों के साथ
प्रकाशित हो चुकी है ।। इसके अतिरिक्त “नारी की ओझल बेदना”भी प्रकाशित हो चुकी है।।
और करीब 20 से अधिक साझा संकलन में रचनाएं प्रकाशित हो चुकी है ऑनलाइन और ऑफलाइन कवि सम्मेलनो मैं सहभागिता और अध्यक्षता का अनुभव है।।
साहित्य सृजन में उल्लेखनीय योगदान के लिए संस्था के अध्यक्ष ने भूरि-भूरि प्रशंसा की और उज्जवल भविष्य के लिए शुभ कामनाएँ दी ।
शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल द्वारा आयोजित, ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय कविता प्रतियोगिता में सहभागी सभी रचनाकारों को बधाई देते हुए संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने कहा – वर्तमान में हिन्दी के विकास को और अधिक मजबूती से आगे बढाने की आवश्यकता है , उसी कड़ी में यह प्रतियोगिता एक प्रयास है। इस प्रतियोगिता में भारत के साथ विश्व के अनेक देशों के महिला पुरुष लेखकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जो खुशी की बात है। हजारों कविताओं में से उत्तम 250 कविताओं का चुनाव करना एक कठिन कार्य है ,फिर भी उत्तरदायित्व को, कसौटी के साथ पूरा करना हमारा कर्तव्य है ।
संस्था द्वारा सम्मानित किए जाने पर श्रीमती पुष्पा पाठकको देश विदेश से सभी इष्ट मित्रों ने बधाई तथा शुभकामनाएं प्रदान की हैं।।