
मेरी हिंदी प्यारी हिंदी
हम सब की राजदुलारी हिंदी
भारत मां के माथे चमकें ऐसे
सजी जैसे दुल्हन की बिंदी
भारत की संस्कृति हिंदी
संस्कृत से जन्मी हिंदी
देश विदेश में अपना
परचम लहराती हमारी हिंदी
भाषा कितनी प्यारी हिंदी
स्वर,व्यंजन,छंद,अंलकार से सजी हिंदी
निश्छल ममता से भरा आंचल इसका
हमारे भारत का अभिमान है हिंदी
चाहे कितना सीख ले हिंदी
ज्ञान का असीमित भंडार है हिंदी
अंग्रेजों ने माना लोहा इसका
हरे कृष्णा हरे कृष्णा ” बोला हिंदी
फिर क्यों शर्म करें हम हिंदी
हम सब मिलकर बोलें हिंदी
भारत की आन-बान-शान
मेरे भारतवर्ष की पहचान है हिंदी
प्रिया काम्बोज प्रिया सहारनपुर उत्तर प्रदेश