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  • संरक्षणचतुष्टय

    (आत्मरक्षण, कुलरक्षण, समाजरक्षण, समिष्टिरक्षण) संरक्षण का प्रथम चरण, आत्मबोध का मूल।जो निज को पहचाने, वह सहे सदा अमूल॥विवेक-ज्योति जगे जब,…

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  • सामयिक चर्चा

    {इस लेख में— श्रद्धा भक्ति के साथ गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की चर्चा} दुख में सुमिरन सब करे सुख…

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  • राष्ट्रीय कवि नीरज चौधरी “नीर” ने किया

    (राष्ट्रीय कवि नीरज चौधरी “नीर” ने किया मान सरोवर साहित्य समिति द्वारा आयोजित चंद्र शेखर आजाद की जयंती के अवसर…

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  • कोई और है

    उथल पुथलइतनी हो रही हैंकैसा चल रहा दौर है।मैं हूँ सामने बैठा मगरदिख रहा कोई और है।।महंगाई की इस मार…

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  • दोहा छंद लेखन

    1. बूंद-बूंदबूंद-बूंद से घट भरे, साजे प्रेम विचार। मन मंदिर में जगमगे, सत्य ज्योति अपार॥ 2. नभ अंचलनभ अंचल जब देखता,…

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  • गायत्री माँ की महिमा

    ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यम भर्गो,देवस्य धीमहि, धियो योन: प्रचोदयात। जयति जय गायत्री माता,जयति जय गायत्री माता,आदि शक्ति तुम अलख-निरंजनि जग…

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  • अधूरा और अमर प्रेम

    प्रेम तो शायद अधूरा ही रहने के लिए शापित होता है। हमारा गौरवशाली इतिहास भरा पड़ा है आधे अधूरे प्यार…

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  • भावपल्लवन

    श्लोक:- अयं निजः परो वेति गणना लघुचेतसाम्। उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्॥”— महोपनिषद्, अध्याय 6, श्लोक 71–73 अर्थात, यह मेरा है और…

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  • नव दुल्हन सी सज गई

    नव दुल्हन सी सज गई   धरती माता आज।।  आया मौसम खुशी का,    क्या है इसका राज।।—————‐——————- हरियाली की ओढ चुनरिया…

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  • हेडफोन

    ये एक बहुत खूबसूरत सुबह की शुरुआत थी। रात की बारिश के बाद मौसम बहुत सुहावना लग रहा था। आस…

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