डॉ.नीरज कुमार नीर अंतरराष्ट्रीय कवि का हुआ बनारस में गर्मजोशी से स्वागत किया कविता पाठ

दिनांक 14.09.2025 को हिंदी दिवस के अवसर पर
बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से
बोलती कलम साहित्यिक संस्था का प्रथम वार्षिकोत्सव राजकीय पुस्तकालय, वाराणसी में ‘तेरा तुझको अर्पण ‘की भावना से अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें नीरज कुमार नीर के रचना पाठ “मैं हूं सामने बैठा मगर दिख रहा कोई और है “प्रारम्भ करते ही पूरा मंच मंत्र मुग्ध हो गया कवि सम्मेलन में शामिल हुए कवि , दर्शकों
के बीच उन्होंने अपनी यादगार और शानदार उपस्थित दर्ज की। केशव कल्चर संस्था दिल्ली की संस्थापिका दीप्ति शुक्ला,
श्री कंचन सिंह परिहार जी और अन्य अतिथियों ने नीरज को अपने शब्दों से आशीष आशीर्वाद स्नेह दिया और स्मृति चिन्ह पट्टिका भेंट कर हृदय से स्वागत किया।
बोलती कलम संस्था के संस्थापक,ऊर्जावान, कर्मठ,दृढ़निश्चयी और आनलाइन कार्यक्रमों के कुशल संचालन आ०श्री संजय राय “साईं “जी ने बोलती कलम पटल के इस प्रथम वार्षिकोत्सव को हिंदी साहित्य सेवा और हिंदी दिवस को समर्पित किया ।