Vijay Kumar
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साहित्य
(no title)
🌸 हिंदी गंगा सी है धारा 🌸 👇 (१)👇भारत माँ की प्यारी भाषा,सबके मन को देती आशा।मीठे बोलों का यह…
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धर्म
पितृपक्ष महालयारंभ
दिनांक 7 सितंबर 2025 दिन रविवार से पितृपक्ष, महालयारंभ हो रहा है ।। पूरे पितृपक्ष में अपने पितरों को जल…
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साहित्य
धधकता अम्बर
आसमान जल रहा है, और चाँद धीरे-धीरे,पर्वतों पर अंगार धधक रहा है धीरे-धीरे। सुलग रही है धरती पवन के झोंकों…
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साहित्य
मतदाता अधिकार यात्रा
हेलल हेलल भईंसिया पानी में ,दूधवो ना मिलल जवानी में ।बड़ा मजा आवेला कहानी में ,भईल राहुल यात्रा नादानी में…
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साहित्य
मौन का रेगिस्तान
जब दो लोगों के बीचमौनअथाह रेगिस्तान बनकरपसार जाए,तो समझ लोबरसों पहले बंधीप्यार की वह गांठदोनों के मन में चुभने लगी…
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साहित्य
आजमा कर छोड़ दिया
आ जमाने आजमाने ,आज माॅं ने ऐसा मोड़ दिया ।चले थे तुम हमें आजमाने ,तुझे आजमाकर छोड़ दिया ।।समझे थे…
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साहित्य
शिक्षक और समाज
संघर्ष, प्रयास और अनुभव सामाजिक दृष्टि से सशक्त शिक्षक होते हैं। महान शिष्य स्वामी विवेकानंद ने अपने महान शिक्षक और…
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धर्म
सामयिक चर्चा
विक्रम संवत् २०८२ भाद्रपद शुक्लपक्ष पूर्णिमा अर्थात आने वाले 7 सितंबर 2025 से पितृपक्ष आरंभ हो रहा है—पितृपक्ष तथा नवरात्र…
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साहित्य
आभार एवं धन्यवाद
आज का दिन मेरे लिए अत्यन्त भावनात्मक और स्मरणीय है। साहित्यिक सचेतना के संस्थापक आदरणीय नरेंद्र रावत ‘नरेन’ जी तथा…
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साहित्य
सेवा और त्याग की सार्थकता
“सच्ची और सम्मान के लिए पैसे की नहींबल्कि सेवा और त्याग की जरूरत होती है”सेवा और त्याग, मनुष्य जीवन का…
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