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“बहना की चाहत”
चाहती नहीं महंगे तोहफे और दौलतबस थोड़ा सा स्नेह तुम्हारा चाहती है।जिम्मेदारियों में भूला चुकी वो खुद कोसंग मिलकर तुम्हारे…
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पु रु षा र्थ
कैसे लक्षित होती हैं वास्तविक सिद्धियाँ १– धर्म, लक्षण और अवस्था तीनों परिणामों में संयम करने से भूत भविष्य का…
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प्रकृति प्रदत्त दिव्य औषधि नीम !!
आयुर्वेद में नीम वृक्ष का प्रत्येक भाग जैसे- जड़, फल, फूल, बीज, छाल एवं पत्ते {पञ्चांग} बहुत ही महत्वपूर्ण हैं…
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नीदरलैंड के विख्यात हिंदी विद्वान्, हिंदी के पुरोधा प्रोफेसर डॉ. मोहन कान्त गौतम नहीं रहे।
पिछले बार घर आये थे तो उन्होंने अपनी पुस्तक ‘भक्ति’ मुझे भेंट की थी। मैंने अपना काव्य -संग्रह ‘जब मां…
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क्यों है…
क्यों हैंजुगनुओं के शहर मेंअंधेरा-सा क्यों है? रात सुनसान,मगर सबेरा-सा क्यों है? दिन की दहलीज़ पेदम तोड़ता शाम,जिधर देखोउधर भूतों…
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कविता- विश्व हिन्दी दिवस
हिन्दी है भारत की भाषा,सभी इसे अपनाते हैं।इसमें निज वैभव दिखता है,नहीं इसे कोई ठुकराते हैं।। राष्ट्र-प्रेम इसमें ही बसा…
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गद्यसृजन (भावपल्लवन)
श्लोक:-यज्ञैस्त्वमिज्यसेऽचिन्त्य सर्वदेवमयाच्युत।त्वमेव यज्ञो यष्टा च यज्वनां परमेश्वर।।(विष्णुपुराण 5/21/97)अर्थः – हे अचिन्त्य ! हे सर्वदेवमय ! हे अच्युत ! समस्त यज्ञों…
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मानव विकास के अंग- कविता और कहानियाँ
कहानियाँ सदैव मानव जीवन के उत्थान और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आयी हैं। बचपन में हम दादा-दादी और गाँव…
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राष्ट्रीय एकता और हिंदी
“राष्ट्रीय एकता को बनाए रखना हैदेश को सजाए रखना है”राष्ट्रीय एकता का सूत्र है हिंदी। भारत देश कई विधाओं का…
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हिन्दी की चटनी।
रचना विधा :- कविता।मौलिक रचनाकार:- संदीप शर्मा सरल। काव्यांश हिंदी को तुम रोज जिमाना, चबा चबा कर खूब बतियाना, बनाकर…
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