Vijay Kumar
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साहित्य
सेवा और त्याग की सार्थकता
“सच्ची और सम्मान के लिए पैसे की नहींबल्कि सेवा और त्याग की जरूरत होती है”सेवा और त्याग, मनुष्य जीवन का…
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साहित्य
मानवधन
दिवा है शनिदेव की ,महिमा बड़ी अपार ।दे दे लेखनी में शक्ति ,विघ्न हरो बेशुमार ।।एक कल आनेवाला ,दूजा कल…
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साहित्य
समाधि पाद
सूत्र— ३तदा द्रष्टुः स्वरूपेऽवस्थानम् । तदा= उस समय; द्रष्टुः= द्रष्टा की; स्वरूपे= अपने रूप में अवस्थानम्= स्थिति हो जाती है…
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साहित्य
समाधि पाद
सूत्र— २योगश्चित्तवृत्तिनिरोधः । चित्त की वृत्तियों का निरोध {सर्वथा रुक जाना} योगः= योग है ।अनुवाद— चित्त की वृत्तियों का सर्वथा…
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साहित्य
पहली कविता: श्रीमद्भगवद्गीता
कविवर सुमित्रा नंदन पन्त के अनुसार:- वियोगी होगा पहला कवि,आह से उपजा होगा गान,निकल कर आँखों से चुपचाप,बही होगी कविता…
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साहित्य
जाने से पहले
लिख किताब पे नाम मेराकुछ,देर इंतजार कर लेते ।अकेले जवाब ढूंढने से पहलेमुझसे सवाल कर लेते ।देख बारिश की बूंदे…
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साहित्य
साहित्य लेखन मात्र शब्दों की सजावट नहीं है
“एक लेखक ही साहित्य के आधारस्तंभ पर सभ्य समाज का पथ प्रदर्शक का कार्य करता है”साहित्य केवल शब्दों का सजावट…
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साहित्य
समय
समय तो अनंत काल से अनंत यात्री है। इस यात्रा के असंख्य चरण बीत चुके हैं। सतयुग, द्वापर, त्रेता…
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साहित्य
हम बानीं नेता बिहार के
हम बानीं नेता रउआ बिहार के ,काहे देखत बानीं अईसे निहारके ।निर्धनता से परे हो जाओ बिहार ,आईं आकर्षक बनाईं…
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साहित्य
वादा कर गया वो बैरी
वादा कर गया वो बैरीवापस आने का ,हमसे प्रीत करने कासाथ निभाने काबरस कितने बीत गएना आया वो खुदना भेजा…
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