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केशव रा कमळ खिल्या
धरती धोरां री, हिवड़ो सुवेरो,श्रीमाधोपुर रा दिलीप जी हीरो।समाज सेवा में रात-दिण रमता,राष्ट्र ने आगू करणो ही मंतर जपता। मिलनसार…
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बाल कविता
नन्ही चिड़िया बच्चों के संगसैर करने को जब निकलीचिड़ा पापा को ढूंढ रही थीलेकिन सफलता नहीं मिली।। नभ की…
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आज के जादू की दुनिया में
आज के जादू की दुनिया में, अब नहीं होते वे आंगन और चौबारे, जहां मिल जुल कर बचपन हमने…
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कविता
परिस्थिति__ (1)भरत का राम मिलन वनवास में, श्री राम का राजा भरत को उपदेश, वन्य जीवन सिया, राम, लखन का,…
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शान्ति का पैगाम
हुए देश में जो ऋषि-मुनि हैं,सबने शान्त मार्ग दिखलाया।प्रेम जगत में सबसे प्यारा,मृदुल स्तम्भ सबने बतलाया।। प्रेम सकल रोगों की…
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वन्य-जीव
जंगली जीव हर उस वृक्ष, पौधे, जानवर और अन्य जीव को कहते हैं जिसे मानवों द्वारा पालतू न बनाया गया…
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लघुकथा: रागिनी
(स्वरचित) उत्तर भारत के एक पहाड़ी गाँव में स्थित एक छोटे से स्कूल में आठवीं की छात्रा “रागिनी” पढ़ाई में…
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मैं एक इंसान हूं
(वर्तमान परिपेक्ष्य में) मैं एक इंसान हूं, मगर पहचान धुंधली है,चेहरा दिखता है मास्क में, पर मुस्कान गुम सी है।हर…
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आत्मरक्षण
(स्वरचित दोहे) आत्मरक्षण मूल बीज है, धर्म-वृक्ष विस्तार।आत्मरक्षण बिना नहीं, सत्य-धर्म सत्कार॥1॥ आत्मरक्षण दीप वह, जो अंतर में सदा जले।आत्मरक्षण…
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पं० बालकृष्ण भट्ट हिन्दी के युग-प्रवर्तक महापुरुष थे ।
उनके जैसे समर्पित साहित्य-सेवियों के द्वारा डाली गई नींव पर ही साहित्य-पत्रकारिता का भव्य प्रासाद निर्मित हुआ है । उन…
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