Vijay Kumar
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साहित्य
केशव पब्लिशर्स से प्रकाशित डॉ. ललित त्रिपाठी की कृति ‘मेरी सीपी मेरे मोती’ का लोकार्पण
उन्नाव।विश्वम्भर नाथ मिश्र राजकीय जिला पुस्तकालय, उन्नाव में आयोजित एक भव्य समारोह में केशव पब्लिशर्स से प्रकाशित डॉ. ललित त्रिपाठी…
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साहित्य
नवरात्रि नवरूप
शैलपुत्री अडिग हिमशृंग समान ।दृढ़ता से करती जीवन का गान ॥ ब्रह्मचारिणी तप की ज्योति बने ।धैर्य सुधा से मन…
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साहित्य
मां कुष्मांडा
(आलेख) कूष्मांडा माता देवी दुर्गा के नौ रूपों में चौथे स्वरूप के रूप में पूजनीय हैं। उनका जन्म ब्रह्मा…
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साहित्य
प्यार के रंग
मुझे आप कैसे भुलाये रहेंगी, सुरों में हमारे समाये रहेंगी। तराना सुरों में जो गाये रहेंगी, तुम्हे याद मेरी दिलाये…
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साहित्य
काश
पता नहीं क्यों आजकलमैं सपने देखती हूं।सपनों में नई पीढ़ी कोदेश का भविष्य संवारते देखती हूं।तमाम असंभावनाओं, विषम परिस्थितियों सेलड़कर…
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साहित्य
नन्हा सूरज
नन्हा सूरज एक दिन बोलाआज मुझे नहीं जाना हैसो रहे हैं धरती पर सब बच्चेआज मुझे भी सोना हैछुट्टियां चल…
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साहित्य
प्रीत के मीत
प्रीत मेरी हे ऐसी श्याम से प्रियतम,देखों मेरी रीत ,ऐसा रंग में लायेंगी।हृदय वार दूं, में ये प्यार वार दूं,होह-होह…
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साहित्य
पर्यावरण और बिगड़ते हम
विज्ञान की इस युग में मानव को कुछ वरदान मिले हैं वहीं कुछ अभिशाप भी मिले हैं।प्रदूषण एक ऐसा अभिशाप…
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साहित्य
रंगमंच
यह दुनिया एक रंग मंच है, एक सफर है।हम सबअपना अपना किरदार निभाने आते हैं।हर किरदार कीमंजिल अपनी अपनी है,राहें…
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साहित्य
दीपक तुम मेरे आंगन के
काव्य घर में चहल पहल,हँसी का कारण,तुम बिना सूना लगता है घर आँगन। कभी खिलखिला कर सवालों की बौछार करता,।…
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